ये हैं दुनिया की 10 सबसे महंगी कारें –
दुनिया भर में एक से बढ़कर एक महंगी और लग्जरी कारें उपलब्ध हैं, जिसमें कई ऐसे एडवांस टेक्नोलॉजी दिए गए हैं, जिनको देखकर आप खुद हैरान रह जाएंगे। इंजीनियरिंग की मिसाल पेश करने वाली ऑटो इंडस्ट्री ने किफायती कीमत से लेकर महंगी गाड़ियां तक पेश की हैं। अगर आप भी दुनिया की सबसे महंगी गाड़ियों के नाम जानना चाहते हैं तो आप सही जगह पर हैं, क्योंकि इस खबर के माध्यम से आपको बताने जा रहे हैं उन टॉप 10 गाड़ियों के बारे में जो अभी तक की सबसे महंगी कारे हैं।
- Bugatti La Voiture Noire – $19 million
- Pagani Zonda HP Barchetta – $17.5 million
- Bugatti Centodieci – $9 million
- Mercedes-Benz Maybach Exelero – $8 million
- Bugatti Divo – $5.8 million
- Koenigsegg CCXR Trevita – $4.8 million
- Lamborghini Veneno Roadster – $4.5 million
- Bugatti Chiron Super Sport 300 – $3.9 million
- Pagani Huayra BC Roadster – $3.5 million
- Bugatti Veyron Mansory Vivere – $3.4 million
टॉप 10 में से 5 केवल बुगाटी की गाड़ियां शामिल
दिलचस्प बात यह है कि इन टॉप 10 महंगी गाड़ियों की लिस्ट में बुगाटी की 5 गाड़ियां शामिल है। बुगाटी एक लग्जरी कार बनाने वाली ब्रांड है, कीमत की लिहाज से बुगाटी की गाड़ियां ज्यादा महंगी होती हैं। उपर दिए गए लिस्ट में कई ऐसी गाड़ियां, जिनके लीमिटेड एडिशन ही बने हैं।
निलामी के हिसाब से सबसे दुनिया की सबसे महंगी कार
दुनिया की सबसे महंगी कार का खिताब मर्सिडीज-बेंज 300 SLR उहलेनहॉट कूप (Mercedes-Benz 300 SLR Uhlenhaut Coupe) के नाम है, जिसे 142 मिलियन डॉलर (1,100 करोड़ रुपये) से अधिक कीमत में निलाम किया गया है। इस गाड़ी से कई लोगों की जान भी जा चुकी है, इसके बावजूद इस गाड़ी की कीमत काफी अधिक है।
83 लोगों की जान ले चुकी है ये कार?
मर्सिडीज-बेंज 300 SLR के केवल दो मॉडल 1950 के दशक में बनाए गए थे, जिसके बाद मर्सिडीज ने 1955 में इस रेसिंग कार को बंद कर दिया था। इस कार को बंद करने के पीछे भी कई कारण हैं। इस रेसिंग कार को रेसिंग ट्रैक पर उतारा गया था। साल 1954 में इस कार ने 12 रेसों में से 9 जीत कर रेस जीती हैं। हालांकि, एक बार रेसिंग के दौरान इस गाड़ी से 83 लोगों की मौत हो गई थी, यह मामला साल 1955 का है जहां ले मैन्स (Le Mans) रेस की दुर्घटना में कार से चालक पियरे लेवेघ और 83 दर्शकों की मौत हो गई थी।
दुनिया में महंगी कारों का क्रेज
दुनिया में महंगी कारों का क्रेज एक पुराना है। प्राचीन काल से ही, धनी और शक्तिशाली लोग महंगी कारों का उपयोग अपने धन और स्थिति का प्रदर्शन करने के लिए करते आए हैं। आज भी, महंगी कारें धन और सफलता का प्रतीक हैं।
महंगी कारों का क्रेज कई कारकों से प्रेरित है। एक कार एक महंगी वस्तु है, और इसे खरीदना एक तरह से धन और उपलब्धि का प्रदर्शन है। महंगी कारों में अक्सर उन्नत सुविधाएं और प्रौद्योगिकियां होती हैं जो उन्हें अधिक आरामदायक और सुरुचिपूर्ण बनाती हैं। इसके अलावा, महंगी कारों को अक्सर एक विशेषाधिकार के रूप में देखा जाता है, और उन्हें खरीदने से लोगों को एक विशेष समूह का हिस्सा होने का एहसास होता है।
दुनिया में कई कंपनियां महंगी कारें बनाती हैं। इनमें से कुछ सबसे लोकप्रिय ब्रांडों में बेंटले, रोल्स-रॉयस, फेरारी, लेम्बोर्गिनी, और पगसी शामिल हैं। इन कारों की कीमतें लाखों या करोड़ों रुपये तक हो सकती हैं।
महंगी कारों का क्रेज दुनिया भर में देखा जा सकता है। हालांकि, यह कुछ देशों में विशेष रूप से मजबूत है। इनमें से कुछ देशों में संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, और यूएई शामिल हैं। इन देशों में, महंगी कारों को अक्सर एक सफल जीवनशैली का प्रतीक माना जाता है।
महंगी कारों का क्रेज पर्यावरण और सुरक्षा जैसे मुद्दों को लेकर भी चिंता का विषय है। इन कारों का निर्माण और संचालन बड़ी मात्रा में ऊर्जा और संसाधनों की खपत करता है। इसके अलावा, ये कारें अक्सर तेज गति से चलती हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है।